गोर ह्वेग्यो हम


bol pahadi

जैकि मरजि जनै आणी, वु उनै लठ्याणूं छ
जैकि गौं जनै आणी, वु उनै हकाणू छ
ज्वी जनै पैटाणू छ, उनै पैटि जाणा छौ हम
सच ब्वन त मनखि नि रैग्यो, गोर ह्वेग्यो हम

छ्वटि बड़ि धाणि खुणै, यूंका मुख नज़र छ
क्य कन, कनु कन, कब कन,सब यूंका हथ पर छ
नकप्वणों घळ्यॉ छन, यूंन स्यूंता हमारा
अब जनै यि दौड़ाणा छन,उनै दौड़ण लग्यॉ छौ हम
सच ब्वन त मनखि नि रैग्यो, गोर ह्वेग्यो हम

गिच्चु त यून हमारो, पट्ट लीसन बुजेयालि
कन्दूणों का पुटका हमारा,यून रुआ कुचेयालि
दौळे यलो यून त पैदा होन्दै हम
अब जनै रंग्वड़णा छन, उनै रंग्वड़ेणा छौ हम 
सच ब्वन त मनखि नि रैग्यो, गोर ह्वेग्यो हम

प्रयोगशाला बणयीं छन, हमारि इसकूल यून
मिंडका समझि यली, हमारा नौन्याळ यून
ज्वी आणूछ वी चीर फाड़ कैरिकि,चलि जाणू छ
दाड़ि कीटिकि, स्वीळि पिड़ा सी सब सैंणा छौ हम 
सच ब्वन त मनखि नि रैग्यो,गोर ह्वेग्यो हम

पण आखिर कब तक, गौउ बणिकि रैण हमन,
मदारि कि सान्यूं मा बान्दर सि, नचणूं रैण हमन
जैदिन चैढि जालु ,लाटु गुस्सा ना हमफरै 
ता फिर नि ब्वल्यॉ कि कखि जुगा नि रैग्यो हम 
सच ब्वन ता कुछ, ज्यादा लटै यलों तुमन हम 

सर्वाधिकार सुरक्षित-: धर्मेन्द्र नेगी 
ग्राम चुरानी, रिखणीखाळ 

पौड़ी गढ़वाल



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