जै दिन ~ BOL PAHADI

18 October, 2015

जै दिन

जै दिन

जै दिन
मेरा गोरू
तेरि सग्वाड़यों, तेरि पुंगड़यों
उजाड़ खै जाला
जै दिन
झालू कि काखड़ी
चोरे जालि

जै दिन
धारु धारु कि घस्येनि
हपार धै लगालि
तब सम्झलू कि-
गौं आबाद छन।

सर्वाधिकार- धनेश कोठारी 

Popular Posts

Blog Archive

Our YouTube Channel

Subscribe Our YouTube Channel BOL PAHADi For Songs, Poem & Local issues

Subscribe